A Review Of piles treatment cost

अधिक वजन उठाना: अधिक वजन उठाते समय सांस रोकने से गुदा पर दबाव बढ़ता है। लंबे समय तक ऐसा करने से गुदा की नसों में सूजन होने लगती है जिससे बवासीर की संभावना बढ़ जाती है।

मलत्याग करते समय तनाव न लें : मल त्याग के दौरान जोर लगाने से गुदा और मलाशय में नसों पर दबाव पड़ सकता है। इससे बवासीर हो सकता है।

प्राथमिक देखभाल चिकित्सक आमतौर पर लक्षणों और शारीरिक जांच के आधार पर पाइल्स का निदान करते है। गुदा क्षेत्र की सावधानीपूर्वक जांच करने के लिए डॉक्टर पूरी शारीरिक जांच करते है। डॉक्टर निम्नलिखित प्रश्न पूछ सकता है:

बवासीर का सबसे अच्छा आयुर्वेदिक इलाज क्या है?

बवासीर क्या है? - जानें लक्षण, कारण, प्रकार, इलाज और रोकथाम

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शुरुआती अवस्था में बवासीर का इलाज आहार सुधार, नियमित व्यायाम और घरेलू उपायों द्वारा किया जा सकता है।

इल्स कोई लाइलाज बीमारी नहीं है. सही डाइट, अच्छी आदतें और ये घरेलू नुस्खे मिलकर आपको जल्दी राहत दिला सकते हैं.

गुदा या मलाशय में संक्रमण : गुदा या मलाशय क्षेत्र में संक्रमण से सूजन हो सकती है, जिससे बवासीर होने की संभावना बढ़ जाती है।

मल त्याग के दौरान खून आना इसका मुख्य लक्षण है।

आपको बवासीर होने की अधिक संभावना तब होती है यदि आप:

कुछ व्यक्तियों को अपने रोजगार की वजह से घंटे खड़े रहना पड़ता है, जैसे- बस कंडक्टर, ट्रॉफिक पुलिस इत्यादि। इसके साथ ही जिन्हें भारी वजन उठाना पड़ता है। इन लोगों को बवासीर से पीड़ित होने की अधिक संभावना रहती है। 

इंटरनल वाले शुरू में आसानी से नज़र नहीं आते, लेकिन खून निकलने पर पता चलता है. वहीं बाहरी बवासीर में गुदा के पास गांठ जैसी सूजन दिखती है जो दर्द और जलन देती है.

नियमित रूप से वॉकिंग, योग या साइकलिंग जैसी हल्की कसरत करने से डाइजेशन बेहतर होता है और कब्ज की समस्या नहीं होती, जिससे पाइल्स का खतरा घटता है.

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